कर्नाटक के कोप्पल जिले में मिड डे मील विवाद: बच्चों से छीने गए अंडे, दो आंगनवाड़ी कार्यकर्ता निलंबित

मिड डे मील में बच्चों से अंडे वापस लेने का मामला, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पर हुई कार्रवाई

बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र, से मिलने वाली सभी सुविधाएं

कर्नाटक के कोप्पल जिले से एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसने पूरे राज्य में आंगनवाड़ी केंद्रों के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कोप्पल जिले के कराटगी तालुक स्थित गुंडूर आंगनवाड़ी केंद्र में मिड डे मील के दौरान बच्चों को अंडे परोसे गए। हालांकि, चौंकाने वाली बात यह है कि इन अंडों को बच्चों से वापस ले लिया गया। यह घटना तब सामने आई जब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता लक्ष्मी और उनकी सहायक शाहनाज बेगम बच्चों की थालियों से अंडे वापस ले रही हैं। वीडियो के वायरल होने के बाद प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों कार्यकर्ताओं को निलंबित कर दिया है।

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महिला एवं बाल कल्याण विभाग और जजों की टीम ने की आंगनवाड़ियों का दौरा, स्थिति देख अधिकारी स्तब्ध

इस घटना के बाद महिला एवं बाल कल्याण विभाग ने आंगनवाड़ी केंद्रों के संचालन में सख्ती बरतने के निर्देश जारी किए हैं। विभाग ने न केवल इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं बल्कि अन्य आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी सख्त हिदायतें दी हैं। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ऐसी घटनाओं के प्रति प्रशासन पूरी तरह सजग है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

रिपोर्ट के अनुसार, जिला जज और विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष सी. चंद्रशेखर के नेतृत्व में जजों की एक टीम ने कोप्पल जिले की लगभग 53 आंगनवाड़ियों का दौरा किया। टीम ने आंगनवाड़ियों की स्थिति का जायजा लिया और वहां की व्यवस्थाओं को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर की। टीम के सदस्य वहां की दुर्व्यवस्था से काफी हैरान थे और उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्रों में सुधार की जरूरत पर जोर दिया।

मिड डे मील की महत्ता और बच्चों के अधिकार

मिड डे मील योजना का उद्देश्य बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराना और उनकी शिक्षा में सुधार करना है। लेकिन कोप्पल जिले की इस घटना ने इस योजना की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बच्चों से अंडे वापस लेना न केवल उनके पोषण अधिकार का उल्लंघन है, बल्कि यह बच्चों के साथ होने वाले अन्याय का भी प्रतीक है। प्रशासन की इस मामले में सख्त कार्रवाई यह दिखाती है कि सरकार इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी

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निष्कर्ष:

कर्नाटक के कोप्पल जिले में मिड डे मील के दौरान बच्चों से अंडे वापस लेने की घटना ने राज्यभर में आक्रोश पैदा कर दिया है। इस घटना ने मिड डे मील योजना की गंभीरता और उसकी निगरानी पर भी सवाल खड़े किए हैं। प्रशासन ने दोनों आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को निलंबित कर दिया है और महिला एवं बाल कल्याण विभाग ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि बच्चों के अधिकारों के साथ खिलवाड़ किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं है और सरकार इस दिशा में कड़े कदम उठा रही है।

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