(राजस्थान नंद घर योजना 2024)(क्या है, विशेषताएं, उद्देश्य, सुविधाएं, लाभ,)(आधुनिक आंगनबाड़ी केंद्र) (आंगनवाड़ियों को बनाया जाएगा, नंद घर)(बच्चों कि देखरेख और शिक्षा- नन्द घर) ओफिसियल वेबसाइट (Rajasthan Nand Ghar Yojana 2024 in Hindi) (Nand Ghar Kya Hai)(Objective, Properties, Benefits, Facilities)(Nand Ghar -Modern Anganwadi centre)(Child Care And Modern Education at Nand Ghar) Official Website
भारत देश में महिलाओं एवं बच्चों के समग्र विकास के लिए सरकारें, समय-समय पर कई नई नई योजनाएं लागू करती रहती है।।इसी क्रम में राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के द्वारा बजट 2021-22 में प्रदेश के 25 हजार आंगनवाड़ी केंद्रों को नंद घर के रूप में विकसित करने की घोषणा की गई थी। राजस्थान सरकार ने, महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण महिला एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, एवं महिलाओं की उद्योगों में भागीदारी को मजबूत करना तथा उनके कौशल को निखारने के लिए राजस्थान नंद घर योजना की शुरुआत की है। नंदघर आंगनबाड़ी केंद्रो का एक नेटवर्क है, जिनका उद्देश्य बच्चों कि शिक्षा तथा महिलाओं के कौशल को निखारना व उद्यमों में महिलाओं की भागीदारी को मजबूत करना है।
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राजस्थान नंद घर योजना क्या है(what is Rajasthan Nand Ghar Yojana)
नंद घर योजना आंगनवाड़ी केंद्रों का एक नेटवर्क(समुह ) है, जिसमें बच्चों और महिलाओं का जीवन स्तर सुधारने के लिए, बेहतर नवीनतम सुविधाएं प्रदान की जाती है। नंदघर में बच्चों को बाला डिजाइन और स्मार्ट किट के माध्यम से प्री -स्कूल शिक्षा प्रदान की जाती है।तथा 6 वर्ष तक के बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ, उनका संपूर्ण विकास कैसे हो, इस बात पर पूरा ध्यान दिया जाता है। और बच्चों व महिलाओं को पोषाहार (पौष्टिक भोजन) और स्वास्थ्य सुविधाएं भी प्रदान की जाती है। तथानंद घर योजना में महिलाओं के समग्र विकास पर भी पूरा ध्यान दिया जाता है। जिसमें महिलाओं का सशक्तिकरण, ग्रामीण महिलाओं के कौशल का विकास करना तथा उधमिता को मजबूत करना भी सामिल है।
नंद घर योजना में राजस्थान राज्य के करीबन 12 जिलों में लगभग 1186 केंद्र है जो बच्चों और महिलाओं को उनके संपूर्ण विकास के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करते हैं। भारत देश में कई नंदघर योजनाएं पहले से ही इन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए कार्यरत है, जो शहरी और ग्रामीण भारत के बीच के खाईं के समान अंतर को, कम कर इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नंद घर अपनी,सक्रिय सामुदायिक भागीदारी प्रदान कर रहे हैं।
योजना | राजस्थान नंद घर योजना |
शुरु की | महिला एवं बाल विकास विभाग व वेदांता ग्रुप ने |
लाभार्थी | महिलाएं व बच्चे |
उद्देश्य | बच्चों व महिलाओं का संपूर्ण विकास |
घोषणा | सन् 2021-22 (बजट सत्र) |
वेबसाइट | यहां देखें |
नंदघर योजना (Nand Ghar Yojana) वेदांता और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्रालय की एक सामूहिक अर्थात सहयोगी परियोजना है। जिस में चयनित आंगनवाड़ी केंद्रों को समयबद्ध नन्दघर के रूप में विकसित किया जा रहा है।
नंद घर योजना की शुरुआत(Launch of Nand Ghar Yojana)
चर्चा में क्यों:- 28 जुलाई 2022 को राजस्थान राज्य के मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा जी ने शासन सचिवालय में नंद घर योजना की समीक्षा की बैठक करने के दौरान दिशा निर्देश दिए की इस नंद घर योजना के तहत प्रदेश में 25000 आंगनबाड़ी केदो को बंद करके रूप में विकसित किया जाएगा।
14 मार्च 2021 को, जयपुर के अमृता हॉट में, राजस्थान राज्य सरकार की महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा आयोजित एक राज्य स्तरीय उत्सव में, जिसका महत्वपूर्ण उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं की संपूर्ण विकास व उद्योगों में महिलाओं भागीदारी को बढ़ावा देना है। उसमें उपस्थित महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्रालय की मंत्री श्रीमती ममता भूपेश जी ने संपूर्ण समुदायों के विकास, में योगदान करने के लिए नंद घर योजना की सराहना करते हुए, मान्यता प्रदान की।
महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्रालय के सहयोग से 13.7 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों में आने वाले 8.5 करोड़ बच्चों और दो करोड़ महिलाओं की संपूर्ण जीवन को बदलने की दृष्टि से नंद घर स्थापित किए गए हैं।
नंद घर योजना : अनेक सुविधाओं से लैस एक, मॉडर्न आंगनवाड़ी केंद्र
नंद घर (Nand Ghar) में 24 घंटे बिजली की व्यवस्था, स्वच्छ शौचालय, पानी के लिए वाटर प्यूरीफायर, व बच्चों की प्री स्कूली शिक्षा के लिए स्मार्ट टेलिविजन कि सुविधा, तथा बिजली प्राप्त करने के लिए सौर पैनलों की सम्पूर्ण सुविधाओं से सुसज्जित है, जो कि स्थानीय लोगों, व समुदायों के लिए एक मॉडल के रूप में संसाधन का केंद्र बन गया है। जो कि स्थानीय लोगों, व समुदायों के लिए एक मॉडल के रूप में संसाधन का केंद्र बन गया है। नंद घर योजना के माध्यम से बच्चे के जन्म से लेकर 6 वर्ष की आयु तक उनको शिक्षा व बच्चों के साथ-साथ गर्भवती व धात्री महिलाओं अर्थात स्तनपान करने वाली माताओं को पोषण युक्त भोजन प्रदान किया जाता है। तथा घर ले जाने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों के तर्ज पर पोषाहार भी उपलब्ध करवाया जाता है ।
राजस्थान नंद घर योजना का उद्देश्य (Objective)
- नंद घर बच्चों तथा महिलाओं के जीवन स्तर, स्वास्थ्य , शिक्षा तथा महिलाओं के सशक्तिकरण एवं उद्योग में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
- नन्द घर में तय समय-सीमा में से, आधा समय ( 50%) समय बच्चों की फ्री स्कूल शिक्षा के लिए समर्पित होगा और बाकी समय महिलाओं के उत्थान व कौशल विकास के लिए समर्पित होगा।
- नन्द घर मॉडल के अंतर्गत महिलाओं के कौशल प्रशिक्षण के साथ बच्चों , गर्भवती व धात्री (इस्तनपान कराने वाली माताओं) महिलाओं को स्वास्थ्य सेवा के साथ-साथ पूरक पोषक भी उपलब्ध होगा।
- स्वच्छ भारत मिशन को मजबूत करने के लिए बच्चों और महिलाओं के लिए “नंद घर में शौचालय बनाने “पर भी ध्यान दिया गया है।
- राजस्थान राज्य के अलावा उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश पंजाब ओडिशा असम छत्तीसगढ़ हिमाचल प्रदेश में गुजरात आदि राज्यों में नन्द घर योजना बच्चों व महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार ला रहे हैं, ये सब वेदांता और महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्रालय के द्वारा ही संभव हो रहा है।
महामारी के वक्त भी बच्चों की शिक्षा को निरंतर सुनिश्चित करते रहने के लिए राजस्थान राज्य में नन्द घर परियोजना ने प्रदेश के बच्चों के लिए इंटर क्विट ई लर्निंग सामग्री विकसित करने के लिए राज्य सरकार और यूनिसेफ (UNICEF) के साथ सहयोग किया जिसे राजस्थान प्रदेश की 62 000 आंगनबाड़ि केदो में शुरू किया गया। Nand Ghar Yojana का प्रमुख उद्देश्य यह है कि, 6 माह से 6 वर्ष तक की उम्र के छोटे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है जिसके माध्यम से नंद घर को एक मित्र कौन सी फ्री स्कूल शिक्षा का माध्यम बनाने का प्रयास है।
राजस्थान नंद घर योजना की विशेषताएं एवं सुविधाएं (Properties & facilities)
- राज्य सरकार की तरफ से महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव श्रेया गुहा जी और अनिल अग्रवाल फाउंडेशन की तरफ से, नगर की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रितु जी ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।
- अच्छी बात यह है कि प्रदेश में 95% प्रसव संस्थागत होने लगे हैं, जिसका अर्थ यह है कि, राज्य सरकारी मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार मजबूत करने पर ध्यान दे रही है।
- इस योजना के तहत सरकार ने 750 करोड रुपए का बजट रखा है। जिसमें प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र पर ₹3 लाख रुपये खर्च कर राज्य, में 25000 से ज्यादा नन्द घर ( Nand Ghar ) विकसित किए जाएंगे।
- राजस्थान राज्य सरकार ने बालिकाओं और महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मुफ्त सेनेटरी नैपकिन वितरण के लिए उड़ान योजना भी शुरू की गई है।
- महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री ममता भूपेश जी ने, आंगनवाड़ी केंद्रों की अहम भूमिका के बारे में बताते हुए कहा कि आंगनवाड़ी केंद्र पर गर्भवती महिलाओं, धात्री व प्रसूताओं और बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं में नन्दघर अहम भूमिका निभाते हैं।
- आंगनवाड़ी केंद्रों को, नंदघर योजना के रूप में विकसित करने पर राज्य की आंगनवाड़ी केंद्रों की मूलभूत सुविधाओं के उत्थान में सहायता मिलेगी।
राजस्थान नंद घर योजना की आधारभूत संरचना(Badic Infrastructure)
- ब्राउन फील्ड मॉडल:- इस मॉडल में आंगनबाड़ी केदो की संरचनाओं का नवीनीकरण और पूर्ण नई डिजाइन करना और उन्हें नंद घर में परिवर्तित करना।
- ग्रीनफील्ड मॉडल – नई तकनीक श्रील का उपयोग , भूकंप प्रतिरोध और अग्नि दो ताकि यंत्र भी शामिल हैं।
- सुलभ शौचालय – स्वच्छ भारत मिशन का पालन स्वास्थ्य स्वच्छता लाने के लिए निर्माण किए गए हैं
- सौर पैनल – आवश्यकतानुसार नन्द घरो में 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराना।
- स्मार्ट टीवी: छोटे बच्चों को 40 सप्ताह के वैज्ञानिक पाठ्यक्रम के माध्यम से ई-लर्निंग द्वारा अध्ययन करवाना
- फिल्टर – सुरक्षित पेयजल प्राप्त हो इसके लिए।शिक्षा सामग्री- संख्यात्मक ज्ञान भाषा विज्ञान कौशल आदि।
बच्चों व महिलाओं के संपूर्ण विकास के लिए : नंद घर में कौशल विकास कार्यक्रम
नंदघर में कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से उपस्थित बच्चों व महिलाओं का संपूर्ण विकास कैसे हो इस बात का पूरा ध्यान रखा जाता है और इसके लिए निश्चित समय अवधि में, विभिन्न तरह की गतिविधियां करवाई जाती है-
- खेलकूद स्किल, व्यवसाय विकास , सामाजिक विकास के बारे में जानकारी व सर्वश्रेष्ठ ई लर्निंग क्लास आदि कार्यक्रम करवाए जाते हैं
- किताबों व खेल-कूद के माध्यम से शिक्षा प्रदान करना।
- व्यापार आधारित कौशल प्रशिक्षण
- उद्यमों और संघ निर्माण के लिए जुड़वा मॉडल तैयार करना।
स्वास्थ सुविधाएं (Health Facilities)
- विभिन्न भौगोलिक क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधित सहायता करने वाले भागीदारों की मदद से निशुल्क टेली परामर्श शुरू किया गया
- अलग-अलग क्षेत्रों में 1 लाख से अधिक मास्क व नंद घरसेनीटाइजर वितरण किए गए।
- नन्दघर योजना में कार्यरत कार्यकर्ताओं व आशा सहयोगिनी के द्वारा मिलकर कोविड-19 कि टीकाकरण में लाभार्थियों का समर्थन कर रहे हैं।
- वर्चुअल मोड़ के माध्यम से बच्चों व उनके अभिभावको को ऑनलाइन ऑनलाइन शिक्षा, स्वास्थ्य संबंधी सलाह व (hand wash) हाथ धोने का प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
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Q.नंदघर योजना को कौन कौन मिलकर चला रहे हैं?
Ans. महिला एवं बाल विकास विभाग व वेदांता ग्रुप दोनों साथ मिलकर
Q.नंद घर योजना क्या है?
Ans. नंद घर योजना आंगनवाड़ी केंद्रों का एक नेटवर्क(समुह ) है, जिसमें बच्चों और महिलाओं का जीवन स्तर सुधारने के लिए, बेहतर नवीनतम सुविधाएं प्रदान की जाती है।
Q.नन्द घर योजना की शुरुआत कब हुई?
Ans. सर्वप्रथम देश में नंद घर की शुरुआत 11 भी 2015 में महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री अनिता भदेल जी ने, पाली से कि।
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